अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस पर 10 लाइन 2023: 10 Lines on International Day of Non-Violence in Hindi
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अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस पर 10 लाइन (10 Lines on International Day of Non-Violence in Hindi): “अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस” प्रत्येक वर्ष 2 अक्टूबर को, महात्मा गाँधी के जन्म दिवस पर मनाया जाता है। यह दिन महात्मा गांधी के शांतिपूर्ण सत्याग्रह और अहिंसा के सिद्धांत को समर्पित है, जिन्होंने ना केवल भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई बल्कि सम्पूर्ण विश्व को शांति और अहिंसा का सन्देश दिया।
आज हम अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस पर 10 लाइन निबंध लिखेंगे। हमारे इस अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस पर निबंध से आप सब महात्मा गांधी के सत्य, शांति और अंहिंसा के सिद्धांतो के बारे में अनेक प्रश्नों का उत्तर प्राप्त कर सकेंगे, जैसे, अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस क्यों मनाया जाता है? 2 अक्टूबर को विश्व अहिंसा दिवस के रूप में क्यों मनाया जाता है? अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस कब से शुरू हुआ? महात्मा गांधी की याद में अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस कब मनाया जाता है? अहिंसा क्या है? तथा अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस पर निबंध कैसे लिखे आदि।
अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस, विश्व शांति की जागरूकता के लिए मनाया जाने वाला बहुत ही महत्वपूर्ण विषय है। इस विषय पर स्कूल और कॉलेजों में निबंध लेखन, ड्राइंग, भाषण आदि प्रतियोगिताएं आयोजित की जाती हैं। आशा करते हैं कि आज की अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस के बारे में जानकारी आप सभी के लिए सहायक होगी। आइये शुरू करते हैं, 10 पंक्तियाँ अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस पर हिंदी में (10 lines on International Day of Non-Violence in Hindi)
अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस पर 10 लाइन हिंदी में (10 Lines on International Day of Non-Violence in Hindi)
- अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस 2 अक्टूबर को मनाया जाता है जो महात्मा गांधी जी का जन्मदिन है I
- सयुंक्त राष्ट्र महासभा में 2 अक्टूबर को अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस के रूप में घोषित करने के लिए 15 जून 2007 को मतदान हुआ था, जिसमें 191 देशो में से 140 देशों ने इसका समर्थन किया कि अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस 2 अक्टूबर को ही मनाया जाना चाहिए।
- सयुंक्त राष्ट्र महासभा में सभी सदस्यों के अनुमोदन से 2 अक्टूबर को अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस के रूप में स्वीकार किया गया।
- इस दिवस को मनाने का मुख्य उद्देश्य सम्पूर्ण विश्व में शांति स्थापित करना है।
- गांधी जी भारतीय स्वतंत्रता के लिए होने वाले अहिंसा आंदोलन के सूत्रधार थे।
- अहिंसा का अर्थ केवल बाहरी शारीरिक हिंसा से ही नहीं बल्कि आत्मा की आंतरिक हिंसा से भी बचना है।
- अहिंसा के सिद्धांतों को लागू करने से व्यक्तिगत, स्थानीय, राष्ट्रीय और वैश्विक स्तर पर हो रहे संघर्ष को कम किया जा सकता है।
- अहिंसा सदियों से भारतीय धार्मिक परंपरा का हिस्सा रही हैI
- गांधी जी ने पूरे विश्व को सत्य और अहिंसा के मार्ग पर चलने की प्रेरणा दी इसीलिए उन्हें विश्व के प्रमुख नेताओं में से एक माना जाता है।
- विश्व अंहिसा दिवस पर हम सभी छात्रों, समुदायों और समाज के हर एक व्यक्ति को अहिंसा की राह पर चलने का वचन लेना चाहिए।
अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस पर 10 वाक्य (Antarrashtriya Ahinsa Divas par 10 Lines)
- अंतर्राष्ट्रीय अंहिसा दिवस प्रतिवर्ष 2 अक्टूबर को महात्मा गांधी की जयंती के दिन मनाया जाता है।
- महात्मा गांधी जी को उनके अहिंसा आंदोलन के लिए जाना जाता है।
- यह दिन गांधी जी के अहिंसा और सत्य के मूल सिद्धांतों को याद करने और उनकी महानता के प्रति सम्मान देने का एक अवसर है।
- गांधी जी ने अपने जीवन में अहिंसा के माध्यम से ब्रिटिश साम्राज्य के खिलाफ संघर्ष किया और भारतीय स्वतंत्रता संग्राम को नेतृत्व किया।
- इस दिन के माध्यम से हमें शांति, सत्य, और सहयोग की महत्ता को समझने का अवसर मिलता है।
- गांधी जी की अनमोल बातों पर अमल कर के हम एक महान और शांतिप्रिय समाज बनाने की दिशा में कदम बढ़ा सकते हैं।
- अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस हमें यह याद दिलाता है कि हमारे जीवन में हिंसा का कोई स्थान नहीं होना चाहिए और हमें
- विवादों को शांतिपूर्ण तरीके से हल करने का प्रयास करना चाहिए।
- गांधी जी ने अपने आदर्शों के माध्यम से विश्वभर में शांति और अहिंसा को अपनाने की ज़रूरत पर बल दिया।
- इस दिन को मनाकर हम उनके योगदान को याद करते हैं और एक बेहतर और अहिंसा प्रेमी विश्व की कामना करते हैं।
अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस पर निबंध 150 – 300 शब्दों में (Essay on International Day of Non-Violence in Hindi)
प्रस्तावना:
अहिंसा किसी भी व्यक्ति, समयदाय या समाज का एक महत्वपूर्ण गुण है जो मानव जाति को प्रेम और सौहार्द से रहने के लिए बहुत आवश्यक है। अहिंसा का अर्थ होता है दूसरों के प्रति सहिष्णुता, सामंजस्य और प्रेम से पेश आना, हिंसा न करना और किसी के भी अधिकारों कहानां नहीं करना। इसका उदाहरण महात्मा गांधी जैसे महान नेताओं ने अपने जीवन में अहिंसा का पालन करके दिखाया है। उन्होंने अपने अद्वितीय सत्याग्रह आंदोलन के माध्यम से अहिंसा की महत्ता को सिद्ध किया। इसी प्रेरणा के आधार पर, विश्वभर में हर साल 2 अक्टूबर को महात्मा गांधी का जन्म दिवस ‘अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस’ के रूप में मनाया जाता है।
अहिंसा का महत्व:
अहिंसा दुनिया को शांति और सहिष्णुता की दिशा में आगे बढ़ने का माध्यम प्रदान करती है। यह मानवीय संबंधों को मजबूत और सुरक्षित बनाता है और विवादों को समाधान करने का एक शांतिपूर्ण तरीका प्रस्तुत करता है। अहिंसात्मक विचारधारा के प्रति समर्पण और इसे अपने जीवन में अपनाने की क्षमता समाज को सौहार्द और विकास की ओर बढ़ने में मदद करती है।
महात्मा गांधी और अहिंसा:
महात्मा गांधी ने अहिंसा को अपने आंदोलनों के माध्यम से साकार रूप में प्रदर्शित किया। उन्हें यह विश्वास था कि अहिंसा के माध्यम से ही विश्वशांति और स्वतंत्रता प्राप्त की जा सकती है।
निष्कर्ष:
अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस हमें यह याद दिलाता है कि हमें अपने व्यक्तिगत और सामाजिक जीवन में अहिंसा का पालन करना चाहिए। यह एक महत्वपूर्ण माध्यम है जो हमें एक शांतिपूर्ण, खुशहाल और समृद्ध विश्व की दिशा में एक कदम आगे बढ़ने में मदद कर सकता है।