वाक्यांश के लिए एक शब्द | वाक्यांश के लिए एक शब्द हिंदी में | अनेक शब्दों के लिए एक शब्द | Vakyansh Ke Liye Ek Shabd | Vakyansh Ke Liye Ek Shabd in Hindi | Anek Shabdon ke liye Ek Shabd
वाक्यांश के लिए एक शब्द ( Vakyansh Ke Liye Ek Shabd in Hindi)
वाक्यांश किसे कहते हैं?
वाक्यांश के लिए एक शब्द ( Vakyansh Ke Liye Ek Shabd in Hindi): वाक्यांश एक वाक्य का एक छोटा सा भाग होता है जो सम्पूर्ण अर्थ को नहीं प्रस्तुत करता, लेकिन एक सम्पूर्ण वाक्य का अंश होता है। इसमें कम से कम एक पूर्ण क्रिया होती है। वाक्य के पूर्ण अर्थ को समझने के लिए वाक्यांशों को संयोजित किया जाता है। वाक्यांश के द्वारा विचारों, कार्यों, समय और स्थान के बारे में संक्षेप्त जानकारी प्रदान की जाती है। इन वाक्यांशों को सम्बोधन, आदेश, सवाल, अभिवादन, और विचार प्रकट करने के लिए भी उपयोग किया जा सकता है। दूसरे शब्दों में, वाक्यांश भाषा में अधिक संघटित विचारों को संक्षेप्त रूप में प्रस्तुत करते हैं और वाक्य को संयोजित करके विस्तृत विचार प्रस्तुत करने में मदद करते हैं। यह भाषा के संबोधन, आदेश, प्रश्न, अभिवादन आदि के रूप में उपयोगी होते हैं।
वाक्यांश का उदाहरण:
पूर्ण वाक्य: “श्याम अपने दोस्तों के साथ खेल रहा है।”
वाक्यांश: “श्याम खेल रहा है।”
इस उदाहरण में, पूर्ण वाक्य में सम्पूर्ण अर्थ है कि श्याम खेल रहा है, और वाक्यांश में भी यही बात कही जा रही है। लेकिन, पूर्ण वाक्य और वाक्यांश में अंतर यह है कि वाक्यांश में कुछ शब्द हैं जो पूर्ण वाक्य के बाकी हिस्से के बिना एक सम्पूर्ण विचार को प्रस्तुत नहीं कर सकते हैं।
वाक्यांश के कुछ और उदाहरण:
- राम पानी पी रहा है।
- माला मिठाई खा रही है।
- बच्चे खेलते हुए हँस रहे हैं।
- पक्षियों को आकर्षित कर रही है।
- गुलाबी फूल खिल रहे हैं।
- बैंक में लोग कतार में खड़े हैं।
- नेहा गाना गा रही है।
- सोनिया खुशी से नाच रही है।
- दादा पुस्तक पढ़ रहे हैं।
- प्रदीप अपनी बाइक चला रहा है।
वाक्य और वाक्यांश में अंतर होता है?
वाक्य और वाक्यांश में अंतर निम्नलिखित हैं:
पूर्णता: वाक्य एक पूर्ण अवस्था में होता है, जिसमें वह एक सम्पूर्ण विचार को प्रकट करता है और सम्पूर्ण भाषा संरचना का पालन करता है। इसके विपरीत, वाक्यांश अधूरा रहता है और वह एक पूर्ण विचार को प्रकट नहीं करता, यह एक अध्यात्मिक और अपूर्ण अवस्था में होता है।
विस्तार: वाक्य अधिक विस्तृत होता है और एक या एक से अधिक वाक्यांशों से मिलकर बनता है। वाक्यांश छोटे और संक्षिप्त होते हैं और अक्सर एक वाक्य के भीतर होते हैं।
वाक्यता: वाक्य अपने आप में पूर्णता का प्रतीक होता है और वह अपने में एक अखंड विचार प्रस्तुत करता है। विपरीत, वाक्यांश एक अपूर्ण विचार को प्रस्तुत करता है और अपने में एक सम्पूर्ण वाक्य का अंश होता है।
अन्तर्भाव: वाक्य और वाक्यांश का अन्तर्भाव भाषा की एक महत्वपूर्ण भेद है। वाक्य भाषा का मूल इकाई होता है, जो विचारों को समझाने के लिए पूर्णता प्रदान करता है। विपरीत रूप से, वाक्यांश वाक्य के भाग के रूप में एक छोटा सा अंश होता है, जो विचार को संक्षेप्त रूप से प्रस्तुत करता है।
वाक्यांश के लिए एक शब्द
वाक्यांश के लिए एक शब्द किसे कहते हैं?
किसी भी वाक्य में निहित वाक्यांश का अपना एक अर्थ होता है, उसी अर्थ को एक शब्द में लिखने की कला को वाक्यांश के लिए एक शब्द कहते हैं। इस एक शब्द में वाक्यांश का वास्तविक अर्थ समझ आता है। चूँकि वाक्यांश 2 या 2 से अधिक शब्दों से मिलकर बना होता है इसलिए इस प्रक्रिया को हम अनेक शब्दों के लिए एक शब्द भी कहते हैं। जब हम किसी वाक्यांश को सिर्फ एक शब्द में लिखते हैं, तो उसे “संक्षेपित वाक्य” या “अभिलेखित वाक्य” के रूप में परिभाषित किया जा सकता है। यह एक प्रकार की क्षमता है जिससे भाषा का उपयोग प्रतियोगिताओं, छोटे संकेतिक लेखों, या सामान्य संदेशों में इस्तेमाल किया जाता है। इसमें एक वाक्यांश या दो-तीन शब्दों में पूरा संदर्भ या विचार व्यक्त होता है। इसका उद्देश्य बहुत सारी भाषा का इस्तेमाल करते हुए लफ्जों को कम करके जल्द से जल्द विचार का प्रकट करने में सहायक होना होता है।
Vakyansh ke liye ek shabd (वाक्यांश के लिए एक शब्द के उदाहरण)
वाक्यांश के लिए एक शब्द ( Vakyansh Ke Liye Ek Shabd) |
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1 महीने में होने वाला- मासिक |
1 सप्ताह में होने वाला -साप्ताहिक |
100 वर्षों का समय- शताब्दी |
4 राहों वाला -चौराहा |
अंडे से जन्म लेने वाला- अंडज |
अचानक हो जाने वाला- आकस्मिक |
अच्छा बुरा समझने की शक्ति का अभाव - अविवेक |
अण्डे से जन्म लेने वाला — अण्डज |
अत्यधिक बढ़ा–चढ़ा कर कही गई बात — अतिशयोक्ति |
अधिक दिनों तक जीने वाला -चिरंजीवी |
अधिक देर तक रहने वाला या चलने वाला – टिकाऊ |
अधिकार या कब्जे में आया हुआ -अधिकृत |
अधिकारी जो अपने अधीन कार्य करने वाले कर्मचारी पर निगरानी रखें -अधीक्षक |
अध्ययन( पढ़ने) का काम करने वाला -अध्येता |
अध्यापन( पढ़ाने) का काम करने वाला- अध्यापक |
अनुकरण करने योग्य - अनुकरणीय |
अनुभव प्राप्त -अनुभवी |
अनुमान किया हुआ -अनुमानित |
अनुवाद करने वाला -अनुवादक |
अनुवाद किया हुआ -अनुदित |
अनेक राष्ट्रों में आपस में होने वाली बात -अंतरराष्ट्रीय |
अपनी इच्छा के अनुसार काम करने वाला- इच्छाचारी |
अपनी इच्छा से दूसरों की सेवा करने वाला- स्वयंसेवक |
अपनी इज़्ज़त को बचाने के लिए किया गया अग्नि प्रवेश – जौहर |
अपने आप अपनी हत्या करना। – आत्महत्या |
अपने आप पर विश्वास- आत्मविश्वास |
अपने देश के साथ विश्वासघात करने वाला -देशद्रोही |
अपने देश से प्यार करने वाला -देशभक्त |
अपने पति के प्रति अनन्य अनुराग रखने वाली -पतिव्रता |
अपने पद से हटाया हुआ -पदच्युत |
अपने परिवार के साथ सपरिवार |
अपने बल पर निर्भर रहने वाला- स्वावलंबी |
अभिनय करने वाला पुरुष- अभिनेता |
अभिनय करने वाली स्त्री - अभिनेत्री |
अभी-अभी जन्म लेने वाला -नवजात |
अविवाहित महिला — अनूढ़ा |
अविवाहित लड़की -कुमारी |
आंख की बीमारी -दृष्टि दोष |
आंखों के सामने- प्रत्यक्ष |
आंखों से परे - परोक्ष |
आकाश के पिंडों का विवेचन करने वाला शास्त्र – खगोलशास्त्र |
आकाश को. चूमने वाला – गगनचुंबी |
आकाश में रहने वाले जीव - नभचर |
आगे आने वाला — आगामी |
आगे का विचार न कर सकने वाला — अदूरदर्शी |
आगे होने वाला - भावी |
आज्ञा का पालन करने वाला- आज्ञाकारी |
आदेश की अवहेलना — अवज्ञा |
आदेश जो निश्चित अवधि तक लागू हो — अध्यादेश |
आधे से अधिक लोगों की सम्मिलित एक राय- बहुमत |
आय से अधिक व्यय करने वाला -फिजूलखर्ची |
आलस करने वाला - आलसी |
आलोचना करने वाला – आलोचक |
आलोचना करने वाला- आलोचक |
आवश्यकता से अधिक धन का संचय न करना — अपरिग्रह |
आवश्यकता से अधिक बरसात — अतिवृष्टि |
आश्चर्य में डाल देने वाला कार्य – चमत्कार |
इंद्रियों की पहुंच से बाहर - अतींद्रिय |
इंद्रियों को जीतने वाला- जितेंद्रिय |
इंद्रियों को वश में करने वाला- इंद्रजीत |
इतिहास का ज्ञाता -इतिहासज्ञ |
इतिहास से संबंध रखने वाला -ऐतिहासिक |
ईश्वर में आस्था ना रखने वाला -नास्तिक |
ईश्वर में आस्था रखने वाला - आस्तिक |
उच्च न्यायालय का न्यायाधीश- न्यायमूर्ति |
उच्च वर्ण के पुरुष के साथ निम्न वर्ण की स्त्री का विवाह- अनुलोम विवाह |
उतरती युवावस्था का- अधेर |
उत्तर दिशा- उदीची |
उपकार की प्रति किया हुआ उपकार - प्रत्युपकार |
उपचार या ऊपरी दिखावे के रूप में होने वाला- औपचारिक |
उपर लिखा गया – उपरिलिखित |
उसी समय का -तत्कालीन |
ऊपर आने वाला श्वास- उच्छवास |
ऊपर कहा हुआ - उपर्युक्त |
ऊपर की ओर जाने वाली- उर्ध्वगामी |
ऊपर की ओर बढ़ती हुई साँस- उर्ध्वश्वास |
ऊपर लिखा गया- उपरिलिखित |
एक देश से माल दूसरे देश में आने की प्रक्रिया -आयात |
एक देश से माल दूसरे देश में जाने की प्रक्रिया -निर्यात |
एक स्थान से दूसरे स्थान को हटाया हुआ- स्थानांतरित |
एक स्थान से दूसरे स्थान पर चलने वाला – जंगम |
ऐतिहासिक युग के पूर्व का - प्रागैतिहासिक |
ऐसा जो अंदर से खाली हो - खोखला |
कच्चे मांस की गंध- विस्र |
कठिनाई से प्राप्त होने वाला – दुर्लभ |
कठिनाई से समझने योग्य- दुर्बोध |
कम अक्ल वाला- अल्पबुद्धि |
कम खर्च करने वाला- मितव्ययी |
कम जानने वाला- अल्पज्ञ |
कम बोलने वाला- मितभाषी |
कमर के नीचे पहने जाने वाला वस्त्र — अधोवस्त्र |
कमल के समान गहरा लाल रंग- शोण |
कर या शुल्क का वह अंश जो किसी कारणवश अधिक से अधिक लिया जाता है-अधिभार |
करने की इच्छा- चिकीर्षा |
करने योग्य- करणीय, कर्तव्य |
करुण स्वर में चिल्लाना- चित्कार |
कलम की कमाई खाने वाले- मसिजीवी |
कल्पना से परे हो – कल्पनातीत |
कार्य करने वाला -कार्यकर्ता |
काला पीला मिला रंग- कपिश |
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वाक्यांश के लिए एक शब्द के उदाहरण (Vakyansh ke liye ek shabd)
वाक्यांश के लिए एक शब्द ( Vakyansh Ke Liye Ek Shabd) |
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कालापानी की सजा पाया कैदी- दामुल कैदी |
किये हुए उपकार को मानने वाला – कृतज्ञ |
किसी एक पक्ष से संबंधित - एकपक्षीय |
किसी कथा के अंतर्गत आने वाली दूसरी कथा- अंतःकथा |
किसी कलाकार की कला पूर्ण रचना -कलाकृति |
किसी काम में दखल देना- हस्तक्षेप |
किसी काम में दूसरे से बढ़ने की इच्छा या उद्योग - स्पर्द्धा |
किसी कार्य के लिए दी जाने वाली सहायता -अनुदान |
किसी कार्य को बार-बार करना - अभ्यास |
किसी कार्यालय या विभाग का वह अधिकारी जो अपने अधीन कार्य करने वाले कर्मचारियों की निगरानी रखे- अधीक्षक |
किसी की उपकार को मानने वाला -कृतज्ञ |
किसी की कृपा से पूरी तरह संतुष्ट -कृतार्थ |
किसी की हँसी उड़ाना – उपहास |
किसी की हँसी उड़ाना- उपहास |
किसी के इर्द-गिर्द घेरा डालना- घेराबंदी |
किसी के उपकार को न मानने वाला - कृतघ्न |
किसी के काम में दखल देना -हस्तक्षेप |
किसी के दुःख से दुखी होकर उस पर दया करना- अनुकम्पा |
किसी के पास रखी हुई दूसरे की वस्तु -अमानत/ धरोहर |
किसी के पास रखी हुई दूसरे की सम्पत्ति- थाती / न्यास |
किसी के बाद उसकी संपत्ति प्राप्त करने वाला- उत्तराधिकारी |
किसी के शरीर की रक्षा करने वाला -अंगरक्षक |
किसी के संपूर्ण जीवन के कार्यों का विवरण- जीवन चरित्र |
किसी को भय से बचाने का वचन देना- अभयदान |
किसी को सावधान करने के लिए कही जाने वाली बात -चेतावनी |
किसी छोटे से प्रसन्न हो उसका उपकार करना- अनुग्रह |
किसी टूटी फूटी चीज का फिर से निर्माण- पुनर्निर्माण |
किसी देवता पर चढ़ाने के लिए मारा गया - बली |
किसी नई चीज का बनना- इजाद/अविष्कार |
किसी पक्ष का समर्थन करने वाला - अधिवक्ता |
किसी पद पर जो पहले रहा हो -भूतपूर्व |
किसी प्राणी को ना मारना - अहिंसा |
किसी बात का गहरा रहस्य जानने वाला- मर्मज्ञ |
किसी बात की इच्छा रखने वाला- इच्छुक |
किसी बात को बढ़ा चढ़ा कर कहना -अतिशयोक्ति |
किसी बात को बार बार जोर देकर कहना -आग्रह |
किसी मत या प्रस्ताव का समर्थन करने की क्रिया- अनुमोदन |
किसी वस्तु का भीतरी भाग- अभ्यन्तर |
किसी वस्तु को प्राप्त करने की तीव्र इच्छा- अभीप्सा |
किसी विशेष वस्तु की हार्दिक इच्छा- अभिलापा |
किसी विषय को विशेष रूप से जाने वाला -विशेषज्ञ |
किसी विषय वस्तु की हार्दिक इच्छा -अभिलाषा |
किसी व्यक्ति या सिद्धांत का समर्थन करने वाला- अनुयायी |
किसी श्रेष्ठ का मान या स्वागत- अभिनन्दन |
किसी श्रेष्ठ का मान् या स्वागत- अभिवादन |
किसी सभा या संस्था का प्रधान -अध्यक्ष |
किसी से भी न डरने वाला - निडर |
कीर्तिमान पुरुष -यशस्वी |
कुएँ की जगत- वीनाह |
कुएँ के मेढ़क के समान संकीर्ण बुद्धिवाला - कूपमंडुक |
कुछ खास शर्तों द्वारा कोई कार्य कराने का समझौता- संविदा |
कुछ जानने या ज्ञान प्राप्त करने की चाह -जिज्ञासु |
कुछ दिनों तक बने रहने वाला -टिकाऊ |
कुबेर का पुत्र- नलकूबर |
कुबेर का बगीचा- चैत्ररथ |
कुबेर का विमान- पुष्पक |
कुबेर की नगरी- अलकापुरी |
कुसंगति के कारण चरित्र पर दोष - कलंक |
केंचुए की स्त्री - शिली |
केवल फल खाकर रहने वाला - फलाहारी |
केवल वर्षा पर निर्भर- बारानी |
क्रम के अनुसार - क्रमानुसार |
क्रम के अनुसार- यथाक्रम |
खाने की इच्छा- बुभुक्षा |
खाने के योग्य वस्तु – खाद्य |
खाने योग्य पदार्थ- खाद्य पदार्थ |
खाने से बचा हुआ जूठा भोजन- उच्छिष्ट |
खून से रंगा हुआ -रक्त रंजित |
खेलने का मैदान -क्रीडा स्थल |
गणित का जानकार -गणितज्ञ |
गाँव में रहने वाला – ग्रामीण |
गुरु के पास रहकर पढ़ने वाला - अन्तेवासी |
गोद लिया हुआ पुत्र -दत्तक पुत्र |
घर बसा कर रहने वाला- गृहस्थ |
घास खाने वाले- तृण भोजी |
घास छीलने वाला- घसियारा। |
घुलने योग्य पदार्थ- घुलनशील |
घूस लेने वाला/ रिश्वत लेने वाला -घूसखोर/ रिश्वतखोर |
घृणा करने योग्य -घृणास्पद |
चक्र के रूप में घूमती हुई चलने वाली हवा – चक्रवात |
चार भुजाओं वाला – चतुर्भुज |
चार मुख वाला -चतुरानन |
चारों ओर जल से घिरा हुआ भूभाग - टापू |
चारों और की सीमा - चौहदी |
चारों वेदों को जानने वाला -चतुर्वेदी |
चिंता करने योग्य बात – चिन्तनी |
चिंता करने वाला- चिंतित |
चिर निद्रा को प्राप्त हुआ – चिरनिद्रित |
चुनाव में अपना मत देने की क्रिया - मतदान |
चौथे दिन आने वाला बुखार – चौथिया |
छात्रों के रहने का स्थान- छात्रावास |
छिपकर आक्रमण करने वाला – छापामार दल |
छुआछूत से फैलने वाला रोग - संक्रामक |
छोटे कद का आदमी - बौना |
जनता को सूचना देने हेतु बजाया जाने वाला वाद्य – ढिंढ़ोरा |
जल में रहने वाले जीव जंतु - जलचर |
जहाँ इलाज किया जाता हो – अस्पताल |
जहाँ पुस्तके पढने के लिए रखी जाती हो – पुस्तकालय |
जहां कई लोगों का मिलन हो- सम्मेलन |
जहां तक हो सके- यथासंभव |
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अनेक शब्दों के लिए एक शब्द के उदाहरण (Vakyansh ke liye ek shabd)
वाक्यांश के लिए एक शब्द ( Vakyansh Ke Liye Ek Shabd) |
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जहां पहुंचना कठिन हो- दुर्गम |
जहां सिक्कों की ढलाई होती है – टकसाल |
जहां सैनिक निवास करते हो – छावनी |
जिंदा रहने की इच्छा – जिजीविषा |
जिस के पार देखा जा सके- पारदर्शी |
जिस ग्रहण में सूर्य या चंद्र का पूर्ण बिंब ग्रसित हो जाता है – खग्रास |
जिस पर किसी ने अधिकार कर लिया हो — अधिकृत |
जिस पर कोई नियंत्रण हो- नियंत्रित |
जिस पर कोई नियंत्रण ना हो- अनियंत्रित |
जिस पर विश्वास नहीं किया जा सके – अविश्वसनीय |
जिस पुरुष की पत्नी मर चुकी हो – विधुर |
जिस पुस्तक में आठ अध्याय हो — अष्टाध्यायी |
जिस वस्त्र को पहना न गया हो — अप्रहत |
जिस स्त्री का पति मर चुका हो – विधवा |
जिसका अंत न हो – अनंत |
जिसका आकार ना हो- निराकार |
जिसका आचार अच्छा हो- सदाचारी |
जिसका इलाज ना हो सके- असाध्य |
जिसका उपचार नहीं किया जा सके – असाध्य |
जिसका कभी अन्त न हो — अनन्त |
जिसका कोई अर्थ ना हो- निरर्थक |
जिसका कोई आकार हो- साकार |
जिसका कोई मूल्य ना हो- अनमोल |
जिसका कोई शत्रु ही न जन्मा हो – एक शब्द: अजातशत्रु |
जिसका कोई शत्रु ही ना हो- अजातशत्रु |
जिसका कोई शुल्क ना लिया जाए - निशुल्क |
जिसका चिंतन किया जाना चाहिए- चिंतनीय |
जिसका दमन न किया जा सके — अदम्य |
जिसका पता न हो — अज्ञात |
जिसका भाषा द्वारा वर्णन असंभव हो — अनिर्वचनीय |
जिसका मूल्य आका ना जा सके- अमूल्य |
जिसका वर्णन नहीं किया जा सके – अवर्णनीय |
जिसका विश्वास न किया जा सके — अविश्वस्त |
जिसका स्पर्श करना वर्जित हो — अस्पृश्य |
जिसकी बहुत अधिक चर्चा हो- बहुचर्चित |
जिसकी आत्मा महान हो- महात्मा |
जिसकी आयु लंबी हो- दीर्घायु |
जिसकी आशा नहीं की जा सके – अप्रत्याशित |
जिसकी कोई उपमा न हो – अनुपम |
जिसकी कोई उपमा नहीं हो – अनुपम |
जिसकी कोई उपमा ना हो- अनुपम |
जिसकी कोई संतान ना हो- निसंतान |
जिसकी गहराई का पता न लग सके — अथाह |
जिसकी घोषणा की गई हो- घोषित |
जिसकी तुलना न हो सके — अतुलनीय |
जिसकी धर्म में निष्ठा हो- धर्मनिष्ठ |
जिसकी सीमा ना हो- असीम |
जिसके आदि (प्रारम्भ) का पता न हो — अनादि |
जिसके आने की तिथि निश्चित न हो — अतिथि |
जिसके टुकड़े न हो सकें। – अखंड |
जिसके पार ना देखा जा सके- अपारदर्शी |
जिसके पास करोड़ो रुपए हो- करोड़पति |
जिसके पास रोजगार ना हो- बेरोजगार |
जिसके पास लाखों रुपए हो- लखपति |
जिसके बारे में कोई निश्चित न हो — अनिश्चित |
जिसके बिना कार्य न चल सके- अपरिहार्य |
जिसके माता–पिता न होँ - अनाथ |
जिसके विषय में विवाद हो- विवादास्पद |
जिसके समान कोई दूसरा न हो – अद्वितीय |
जिसके सिर पर चन्द्रकला हो – चन्द्रचूड़ |
जिसके हस्ताक्षर नीचे अंकित है— अधोहस्ताक्षरकर्ता |
जिसके हृदय में दया ना हो - निर्दई |
जिसके हृदय में दया हो- दयावान |
जिसके हृदय में पाप ना हो- निष्पाप |
जिसके हृदय में ममता ना हो- निर्मम |
जिसको भेदा न जा सके — अभेद्य |
जिसने आत्मा को जीत लिया हो – जितात्मा |
जिसने इन्द्रियों को वश में कर लिया हो – जितेन्द्रिय |
जिसने मृत्यु को जीत लिया हो- मृत्युंजय |
जिसमें दोस ना हो- निर्दोष |
जिसमें किसी प्रकार का विकार हो- विकृत |
जिसमें तेज ना हो- निस्तेज |
जिसमें धैर्य ना हो- अधीर |
जिसमें रस ना हो- नीरस |
जिसमें सामर्थ्य ना हो - असमर्थ |
जिसे किसी का डर न हो – निडर |
जिसे किसी बात का पता न हो — अनभिज्ञ/अज्ञ |
जिसे छूना वर्जित हो – अछूत |
जिसे लाँघा न जा सके — अलंघनीय |
जीने की इच्छा- जिजीविषा |
जैसा चाहिए वैसा- यथोचित |
जो कटु बोलता हो- कटुभाषा |
जो छिपाने योग्य हो- गोपनीय |
जो बूढ़ा ना हो -अजर |
जो शरण में आया हो- शरणागत |
जो पुरुष नाचता हो- नर्तक |
जो लोक में संभव ना हो अलौकिक |
जो अकारण ज़ुल्म ढाका हो – ज़ालिम |
जो अक्षर (पढ़ना- लिखना) जानता है- साक्षर/शिक्षित |
जो अपनी जगह से ना हिले - अडिग |
जो अपनी इच्छा पर निर्भर ना हो- अनैच्छिक |
जो अपनी इच्छा पर निर्भर हो- ऐच्छिक |
जो अपनी बात से ना टले- अटल |
जो अपनी मातृभूमि छोड़ विदेश में रहता हो- प्रवासी |
जो अपने पथ से भटक गया हो- पथभ्रष्ट |
जो अपने स्थान या स्थिति से अलग न किया जा सके — अच्युत |
जो अशिष्ट व्यवहार करता हो – गँवार |
जो आगे की ना सोचता हो- अदूरदर्शी |
जो आगे की सोचता हो- दूरदर्शी |
जो आज तक से सम्बन्ध रखता है — अद्यतन |
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अनेक शब्दों के लिए एक शब्द के उदाहरण (Vakyansh ke liye ek shabd)
वाक्यांश के लिए एक शब्द ( Vakyansh Ke Liye Ek Shabd) |
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जो आसानी से प्राप्त हो- सुलभ हो |
जो इंद्रियों द्वारा न जाना जा सके — अगोचर |
जो ईश्वर को न मानता हो। – नास्तिक |
जो ईश्वर को मानता हो। – आस्तिक |
जो उत्तर ना दे सके- निरुत्तर |
जो उपकार मानता है – कृतज्ञ |
जो ऋण-मुक्त हो गया हो। – उऋण |
जो कभी नष्ट ना हो -अनश्वर |
जो कभी जन्मा ना हो- अजन्मा |
जो कभी न मरे – अमर |
जो कभी नष्ट न होने वाला हो — अनश्वर |
जो कभी ना मरे- अमर |
जो कम बोलता हो — अल्पभाषी / मितभाषी |
जो कहा गया हो - कथनीय |
जो कहा न जा सके – अकथनीय |
जो कानून के अनुसार हो -वैध |
जो कानून के विरुद्ध हो -अवैध |
जो कामना रहित हो- निष्काम |
जो किनारे से सटे हुए हो – तटवर्ती |
जो किसी का पक्ष ना ले - तटस्थ |
जो किसी कार्य या चिंतन में डूबा हुआ हो – तल्लीन |
जो किसी पर अभियोग लगाए — अभियोगी |
जो किसी भी गुट में नहीं हो – तटस्थ |
जो किसी विशेष समय तक ही लागू हो- अध्यादेश |
जो कुछ ना करता हो -अकर्मण्य |
जो केवल फल खा कर रहे -फलाहारी |
जो क्षमा करने योग्य नहीं हो – अक्षम्य |
जो क्षमा की योग्य हो - क्षमय |
जो खाने योग्य न हो। – अभक्ष्य |
जो गिना ना जा सके - अगणनीय |
जो गुप्त रूप से निवास कर रहा हो – छद्मवासी |
जो चमत्कारी क्रियाओं का प्रदर्शन करता है – जादूगर |
जो चिंतारहित हो- निश्चिंत |
जो चित्र बनाता हूं - चित्रकार |
जो चीज इस संसार मेँ न हो — अलौकिक |
जो चोरी-छिपे माल लाता और ले जाता हो – तस्कर |
जो छुआ न गया हो — अछूता |
जो छूने योग्य न हो — अछूत |
जो छोटे कद का हो – ठिगना |
जो जन्म से अंधा हो जन्मांध |
जो जल बरसाता हो – जलद |
जो जल से उत्पन्न होता हो – जलज |
जो जाना नहीं जा सके – अज्ञेय |
जो जीतने के योग्य हो जेय जेठ का पुत्र – जेठोत |
जो जीव जंतु जल में रहते हो – जलचर |
जो जूते ठीक करता है – मोची |
जो तर्क के स्थान पर सही सिद्ध हो- तर्कसंगत |
जो तर्क योग्य हो- तार्किक |
जो तेज चलता हो- शीघ्र गामी |
जो दबाया ना जा सके- अदम्य |
जो दिखाई ना दे -अदृश्य |
जो दूसरे की हत्या करता हो- हत्यारा |
जो दूसरों का उपकार करता हो- परोपकारी |
जो दूसरों के अधीन हो- पराधीन |
जो दूसरों पर अत्याचार करें -अत्याचारी |
जो दूसरों में केवल दोषों को ही खोजता हो – छिद्रान्वेषी |
जो देखने में प्रिय लगता हो- प्रियदर्शी |
जो देखने योग्य हो - दर्शनीय |
जो द्वार की रक्षा करता हो- द्वारपाल |
जो धन को व्यर्थ ही खर्च करता हो — अपव्ययी |
जो धर्म करता है- धर्मात्मा |
जो नष्ट ना होने वाला -अविनाशी |
जो नष्ट हो जाए- नश्वर |
जो नहीं हो सकता - असंभव |
जो नाटक का संचालन करता है- सूत्रधार |
जो पढ़ा लिखा ना हो -अनपढ़ |
जो पढ़ा लिखा हो - साक्षर |
जो परमार्थ( दूसरों की भलाई) चाहता हो- परमार्थी |
जो परिचित ना हो -अपरिचित |
जो परीक्षा में पास न हो – अनुत्तीर्ण |
जो परीक्षा में पास हो- उत्तीर्ण |
जो पहरा देता है - पहरेदार |
जो पहले कभी घटित नहीं हुआ हो – अभूतपूर्व |
जो पहले कभी नहीं सुना गया - अश्रुतपूर्व |
जो पहले जन्मा हो — अग्रज |
जो पहले ना पढ़ा हो -अपठित |
जो पुरुष कविता लिखता हो कवि |
जो प्रशंसा के योग्य हो- प्रशंसनीय |
जो बहुत अधिक बोलता हो -वाचाल |
जो बहुत समय तक ठहर सके – चिरस्थायी |
जो बहुत समय तक ठहरे - चिरस्थाई |
जो बाद मे जन्मा हो — अनुज |
जो बाह्य संसार के ज्ञान से अनभिज्ञ हो — अलोकज्ञ |
जो बिन माँगे मिल जाए — अयाचित |
जो बिना बुलाये आ जाए। – अनिमंत्रित |
जो बिना वेतन के कार्य करता हो — अवैतनिक |
जो बिना वेतन के कार्य करे – अवैतनिक |
जो बीत गया हो — अतीत |
जो बुद्धि द्वारा जाना जा सके- बुद्धिजीवी |
जो भाग्य का धनी हो- भाग्यवान |
जो भूमि का हिसाब किताब रखता हो- लेखपाल |
जो भूमि के भीतर का शास्त्र जानता हो- भूगर्भ शास्त्री |
जो भोजन रोगी के लिए निषिद्ध है — अपथ्य |
जो मन को हर ले- मनोहर |
जो मांस खाता हो मांसाहारी |
जो मांस न खाता हो – शाकाहारी |
जो मान सम्मान के योग्य हो- माननीय |
जो मिठाई बनाता है – हलवाई |
जो रचना अन्य भाषा की अनुवाद हो — अनूदित |
जो राजनीति जानता हो- राजनीतिज्ञ |
महत्वपूर्ण वाक्यांश के लिए एक शब्द (Vakyansh ke liye ek shabd)
वाक्यांश के लिए एक शब्द ( Vakyansh Ke Liye Ek Shabd) |
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जो रोग से ग्रस्त है – रोगी |
जो वन में घूमता हो - वनचर |
जो विज्ञान जनता है – वैज्ञानिक |
जो विश्वास करने योग्य ना हो - अविश्वसनीय |
जो विश्वास करने योग्य हो- विश्वसनीय |
जो व्यक्ति अपने हाथ में तलवार लिए रहता है – खड्गहस्त |
जो व्यक्ति विदेश मे रहता हो — अप्रवासी |
जो व्याकरण जानता हो -वैयाकरण |
जो व्याख्या करता हो- व्याख्याता |
जो शक्ति का उपासक हो - शाक्त |
जो शाक सब्जी खाता हो शाकाहारी |
जो शास्त्र जानता हो- शास्त्रज्ञ |
जो संगीत जानता हो- संगीतज्ञ |
जो सदा से चलता आ रहा हो- अनवरत |
जो सब को एक समान देखता हूं - समदर्शी |
जो सब को प्यारा हो - सर्वप्रिय |
जो सब जगह व्याप्त हो- सर्वव्यापक |
जो सब में व्याप्त हो- सर्वव्यापी |
जो सबकी मन की जानता हो- अंतर्यामी |
जो समय पर ना हो- आसामयिक |
जो समय पर हो- सामयिक |
जो समाचार भेजता हो – संवाददाता |
जो सर्व शक्ति संपन्न हो शक्तिमान |
जो सहनशील न हो — असहिष्णु |
जो साधा न जा सके — असाध्य |
जो स्त्री कविता लिखती हो - कवियत्री |
जो स्त्री नाचती हो - नर्तकी |
जो स्वार्थ( अपनी ही भलाई) चाहता हो- स्वार्थी |
जो हो सकता है- संभव |
तीनों लोको का समूह- त्रिलोक |
तीनों कालों को देखने वाला- त्रिकालदर्शी |
तेज बुद्धि वाला – कुशाग्रबुद्धि |
थोड़ा ज्ञान रखने वाला – अल्पज्ञ |
दक्षिण दिशा- अवाची |
दण्ड दिये जाने योग्य- दण्डनीय |
दया करने वाला- दयालु |
दर्पण जड़ी अँगूठी, जिसे स्त्रियाँ अँगूठे में पहनती हैं- आरसी |
दर्शन के योग्य - दर्शनीय |
दर्शन शास्त्र का ज्ञाता हो- दार्शनिक |
दशरथ का पुत्र- दशरथि |
दस वर्षो का समय- दशक |
दागकर छोड़ा गया साँड़- अंकिल |
दाव (जंगल) का अनल (आग) - दावानल |
दिन के समय अपने प्रिय से मिलने जाने वाली नायिका - दिवा अभिसारिका |
दिन पर दिन- दिनानुदिन |
दिन पर दिन- दिनोदिन |
दिन रात ठाढ़े (खड़े) रहने वाले साधु- ठाढ़ेश्वरी |
दिल से देने वाला- हार्दिक |
दीवार पर बने हुए चित्र- भित्तिचित्र |
दुःख देनेवाला- दुःखद |
दुःख, भय आदि के कारण उत्पत्र ध्वनि- काकु |
दुखांत नाटक- त्रासदी |
दुसरे देश से अपने देश में समान आना- आयात |
दूध पिलाने वाली धाय- अन्ना |
दूर की सोचने वाला- दूरदर्शी |
दूर से मन को आकर्षित करनेवाली गंध- निर्हारी |
दूसरे की विवाहित स्त्री — अन्योढ़ा |
दूसरे के अन्दर की गहराई ताड़नेवाला- अन्तर्दर्शी |
दूसरे के मन की बात जानने वाला- अन्तर्यामी |
दूसरे के स्थान पर काम करने वाला- स्थानापन्न |
दूसरे के हाथ में गया हुआ- हस्तांतरित |
दूसरे के हित में अपने आप को संकट में डालना- आत्मोत्सर्ग |
दूसरों की उन्नति को न देख सकना - ईर्ष्या |
दूसरों के गुणों में दोष ढूँढने की वृत्ति का न होना- अनसूया |
दूसरों के दोष को खोजने वाला- छिद्रान्वेषी |
दूसरों के दोषों को खोजना- छिद्रान्वेषण |
दूसरों के मत का विरोध करना – खण्डन |
दूसरों पर उपकार करने वाला- उपकारी |
देखने (दर्शन) वाले लोग - दर्शक |
देखने की इच्छा- दिदृक्ष |
देने की इच्छा- दित्सा |
देवताओं पर चढ़ाने हेतु बनाया गया दही, घी, जल, चीनी, और शहद का मिश्रण - मधुपर्क |
देश में विदेश से माल आने की क्रिया- आयात |
देह का दाहिना भाग- अपसव्य |
दैव या प्रारब्ध संबंधी बातें जानने वाला- देवज्ञ |
दैहिक, दैविक व भौतिक ताप या कष्ट- त्रिताप |
दो दिशाओं के बीच की दिशा- उपदिशा |
दो बातों या कामों में से एक- वैकल्पिक |
दो बार जन्म लेने वाला- द्विज |
दो भाषाएं बोलने वाला- द्विभाषी |
दो या तीन बार कहना- आम्रेडित |
दो वेदों को जानने वाला- द्विवेदी |
दोपहर का समय – मध्याह्न |
दोपहर के पहले का समय – पूर्वाह्न |
दोपहर के बाद का समय- अपराह्न |
द्रुत गमन करनेवाला- द्रुतगामी |
द्रुपद की पुत्री - द्रौपदी |
द्वार या आँगन के फर्श पर रंगों से चित्र बनाने या चौक पूरने की कला- अल्पना |
द्वीप में जन्मा- द्वैपायन |
ध्यान करने योग्य-ध्यय |
न जोता गया खेत — अप्रहत |
नकल करने योग्य- अनुकरणीय |
नगर में रहने वाला – नागरिक |
ना टूटने वाला- अटूट |
निंदा करने योग्य- निंदनीय |
नियम-अनुशासन न मानने वाला – उच्छृखल |
नीति को जानने वाला - नीतिज्ञ |
न्याय करने वाला- न्यायधीश |
पढ़ने वाला व्यक्ति - पाठक |
पति पत्नी का जोड़ा - दंपति |