सर्वनाम परिभाषा, भेद और उदाहरण (Sarvnam Ki Paribhasha, Bhed Aur Udahran)
सर्वनाम किसे कहते हैं? (Sarvanam Kise Kahate Hain)
सर्वनाम शब्द वाक्य में संज्ञा के स्थान पर प्रयुक्त होने वाले शब्दों को कहते हैं। “सर्वनाम” शब्द का विशिष्टार्थिक अर्थ होता है कि यह वे शब्द होते हैं जो संज्ञा के स्थान पर प्रयुक्त होते हैं, तथा व्यक्ति, स्थान, वस्तु, भावना, आदि की स्थिति का बोध कराते हैं। सर्वनाम प्रयुक्त संज्ञा शब्द की पहचान करने में मदद करते हैं, जैसे कि “मैं”, “तुम”, “वह”, “हम”, “आप”, “यह”, “वो”, आदि।
दूसरे शब्दों में सर्वनाम की परिभाषा ऐसे दी जा सकती है कि, संज्ञा के स्थान पर प्रयुक्त होने वाले शब्दों को सर्वनाम कहते हैं। सर्वनाम शब्द ‘सर्व’ और ‘नाम’ शब्दों से मिलकर बना है, सर्व+नाम, इसका यह अर्थ है कि जो नाम शब्द के स्थान पर उपयुक्त होता है उसे सर्वनाम कहते हैं।
सर्वनाम के उदाहरण:
मैं: यह सर्वनाम व्यक्ति की स्थिति का बोध करता है, और यह निश्चित व्यक्ति की बजाय संज्ञा का नाम नहीं लेता। उदाहरण: “मैं खुश हूँ.”
वह: यह सर्वनाम किसी दूसरे व्यक्ति या वस्तु की स्थिति का बोध करता है। उदाहरण: “वह किताब पढ़ रहा है.”
तुम: यह सर्वनाम संभाषण के संदर्भ में उपयोग होता है और बातचीत में वक्ता की बात सुनने वाले की ओर संकेत करता है। उदाहरण: “तुम कैसे हो?”
कोई: यह सर्वनाम अनिश्चितता या अनजानी स्थिति का बोध करता है। उदाहरण: “कोई आया था.”
यह: यह सर्वनाम किसी विशिष्ट व्यक्ति, वस्तु, या स्थिति की ओर संकेत करता है। उदाहरण: “यह गाड़ी मेरी है.”
ये उदाहरण सर्वनाम के विभिन्न प्रकारों को व्यक्ति, स्थान,तथा वास्तु को स्पष्ट करने में मदद कर सकते हैं।
सर्वनाम के 10 उदाहरण (Sarvanam Ke 10 Udaharan in Hindi)
सर्वनाम के 10 उदाहरण निम्नलिखित हैं:
- मैं: मैं आज स्कूल नहीं जा सकता।
- तुम: क्या तुमने वह किताब पढ़ी?
- वह: वह शहर बहुत अच्छा है।
- हम: हमें आपके साथ चलने में ख़ुशी होगी।
- यह: यह फ़ोन मेरा है।
- उनका: उनका घर बड़ा है।
- कोई: क्या कोई मुझे मदद कर सकता है?
- किसी: क्या किसी को यहाँ जानकारी है?
- सभी: सभी छात्र पुस्तकालय में जा रहे हैं।
- कुछ: क्या कुछ लोग खाने के लिए रुक सकते हैं?
सर्वनाम कितने तथा कौन-कौन से होते हैं? 11 सर्वनाम शब्द कौन कौन से हैं?
हिंदी भाषा में मुख्यतः 11 सर्वनाम शब्द होते हैं जिन्हे मूल सर्वनाम कहते हैं।
मैं, तू, आप, यह, वह, सो, जो, कोई, कुछ, कौन, क्या 11 सर्वनाम शब्द प्रचलित हैं।
सर्वनाम के भेद (Sarvnam ke Bhed)
सर्वनाम के कितने भेद होते हैं? यह प्रश्न हिंदी व्याकरण में अक्सर पूछा जाता है। आइये जानते हैं कि सर्वनाम के कितने भेद या प्रकार होते हैं:
सर्वनाम के 6 भेद होते हैं या कह सकते हैं की सर्वनाम 6 प्रकार के होते हैं जो निम्नलिखित हैं:
- पुरुषवाचक सर्वनाम
- निश्चयवाचक (संकेतवाचक) सर्वनाम
- अनिश्चयवाचक सर्वनाम
- संबंधवाचक सर्वनाम
- प्रश्नवाचक सर्वनाम
- निजवाचक सर्वनाम
1. पुरुषवाचक सर्वनाम किसे कहते हैं? (Purush Vachak Sarvnam)
पुरुषवाचक सर्वनाम हिंदी भाषा में प्रयुक्त होने वाले वह सर्वनाम हैं जिनका प्रयोग व्यक्ति के लिंग और पुरुष गुण के आधार पर होता है। इन सर्वनामों का प्रयोग किसी वाक्य में पुरुष या स्त्री के रूप, संख्या, वचन आदि के अनुसार किया जाता है।
उदाहरण स्वरूप, कुछ प्रमुख पुरुषवाचक सर्वनाम हैं:
“मैं” (उत्तम पुरुष)
“तुम” (मध्यम पुरुष)
“वह” (अन्य पुरुष)
इन सर्वनामों का प्रयोग वाक्यों में व्यक्ति के स्थान, भाग, बातचीत के प्रति संवेदना आदि के आधार पर होता है और यह भाषा के संरचना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
दूसरे शब्दों में, सर्वनाम जो उत्तम पुरुष (बोलने वाले), मध्यम पुरुष (सुनने वाले) और अन्य पुरुष (जिसके बारे में बात की जाये) के लिए आता है, उसे पुरुषवाचक सर्वनाम कहते हैं। या जिन शब्दों से व्यक्ति का बोध होता है, उन्हें पुरुषवाचक सर्वनाम कहते है। पुरुषवाचक सर्वनाम व्यक्ति (स्त्री या पुरुष) दोनों के लिए प्रयोग किये जाते हैं।
कुछ उदाहरण जो पुरुषवाचक सर्वनाम के प्रयोग की दिखाते हैं:
उत्तम पुरुष:
- मैं खुश हूँ।
- मैंने खाना खाया।
मध्यम पुरुष:
- तुम कैसे हो?
- तुमने कहाँ जाना है?
अन्य पुरुष:
- वह बच्चे के साथ खेल रहा है।
- उसने किताब पढ़ी।
यहाँ पर उपयोग किये गए सर्वनाम “मैं”, “तुम”, और “वह” हैं, जो उत्तम पुरुष, मध्यम पुरुष और अन्य पुरुष के लिए प्रतिस्थापित होते हैं।
पुरुषवाचक सर्वनाम के भेद एवं प्रकार (Purushvachak Sarvanam ke Bhed)
पुरूषवाचक सर्वनाम तीन प्रकार के होते हैं, जो निम्नलिखित हैं:
- उत्तम पुरुषवाचक सर्वनाम
- मध्यम पुरूषवाचक सर्वनाम
- अन्य पुरुषवाचक सर्वनाम
उत्तम पुरुषवाचक सर्वनाम परिभाषा (Uttam Purush Vachak Sarvnam)
उत्तम पुरुषवाचक सर्वनाम वे सर्वनाम होते हैं जिनका प्रयोग वक्ता के लिए किया जाता है, और यह वाक्य में उत्तम पुरुष की प्रतिष्ठा और महत्वपूर्णता को दर्शाने में मदद करता है। उत्तम पुरुषवाचक सर्वनाम का प्रयोग व्यक्ति के स्वयं के लिए होता है जैसे कि उनकी व्यक्तिगतता, स्थान, समय, क्रिया आदि के संदर्भ में।
“मैं” और “हम” ये उत्तम पुरुषवाचक सर्वनाम होते हैं, जो वक्ता की पहचान करने में मदद करते हैं और उनके द्वारा किए गए कार्यों को संकेत करते हैं। “मैं” व्यक्ति के एकल रूप के लिए और “हम” समूह के लिए प्रयुक्त होते हैं।
दूसरे शब्दों में, जिन सर्वनामों का प्रयोग बोलने वाला अर्थात वक्ता अपने लिए करता है, उन्हें उत्तम पुरूषवाचक सर्वनाम कहते हैं। ‘मैं’ एवं ‘हम’ उत्तम पुरूषवाचक सर्वनाम है।
जैसे: मैं हमारा, मैंने, मुझको, मुझसे, हमको, हमने आदि।
उत्तम पुरुषवाचक सर्वनाम के उदाहरण:
मैं: यदि कोई व्यक्ति बोलता है, “मैं खुश हूँ,” तो यह सर्वनाम “मैं” वक्ता की व्यक्तिगतता को दिखा रहा है। यह बताता है कि खुशी वाक्ता की अपनी भावना है।
हम: जब किसी समूह का प्रतिष्ठित सदस्य बोलता है, “हम कल पार्टी में आएंगे,” तो सर्वनाम “हम” उस समूह के सदस्यों की पहचान कराता है और यह दिखाता है कि पार्टी में आने की योजना समूह की संयुक्त निर्णय की है।
मैंने: मैंने आज नाश्ता नहीं किया है। इस वाक्य में ‘कर्ता’ कारक की वजह से ‘मैं’ का परिवर्तित रूप ‘मैंने’ बनकर वाक्य में प्रयुक्त हुआ है। इस वाक्य में भी जो व्यक्ति बात कर रहा है, वह स्वयं के बारे में बता रहा है। अतः इसमें भी ‘मैं’ उत्तम पुरुषवाचक सर्वनाम है।
इन उदाहरणों में, “मैं” और “हम” उत्तम पुरुषवाचक सर्वनाम हैं, जिन्हें बोलने वाले व्यक्ति अपने लिए प्रयोग कर रहे हैं ताकि वे अपनी व्यक्तिगत या समूहिक पहचान को प्रकट कर सकें।
उत्तम पुरुषवाचक सर्वनाम के 10 उदाहरण
- मैं आज किताब पढ़ रहा हूँ।
- मुझे यहाँ आने में थोड़ी समय लगा।
- हमने मिलकर यह निर्णय लिया कि हम आज पार्टी में नहीं जाएंगे।
- आपका साथ देने से मुझे खुशी होगी।
- हम बच्चों के साथ खेल रहे थे जब बारिश हुई।
- मेरे पास एक बड़ा स्वागत करने का रूख़ है।
- हम आपके सुझाव पर यह निर्णय लेंगे।
- तुम्हारे बिना यह काम मुश्किल हो सकता है।
- मैंने तुम्हें वह फ़िल्म देखने के लिए पास बुलाया है।
- हमने समझाया कि यह समस्या समूह के सदस्यों के लिए महत्वपूर्ण है।
इन उदाहरणों में “मैं” और “हम” सर्वनाम उत्तम पुरुषवाचक सर्वनाम के रूप में प्रयुक्त हो रहे हैं, और वे बोलने वाले व्यक्ति या समूह के लिए क्रियाओं और संवाद की प्रतिस्था को दर्शाते हैं।
मध्यम पुरुषवाचक सर्वनाम की परिभाषा (Madhyam Purush Vachak Sarvnam)
जिन सर्वनाम शब्दों का प्रयोग वक्ता द्वारा बात सुनने वाले के लिए किया जाता है, उन्हें मध्यम पुरूषवाचक सर्वनाम कहते हैं। ‘तू, तुम, तथा ‘आप मध्यम पुरूषवाचक सर्वनाम होते हैं।
ये सर्वनाम वाक्य में व्यक्ति के संदर्भ, स्थिति, उपस्थिति, या सम्बोधन के आधार पर प्रयुक्त होते हैं और उसके बारे में जानकारी प्रदान करते हैं। “तू” एक व्यक्ति को संबोधित करने के लिए प्रयुक्त होता है, “तुम” समूह या व्यक्तियों को संबोधित करने के लिए प्रयुक्त होता है, और “आप” भी समूह या व्यक्तियों के लिए संबोधित करने के लिए प्रयुक्त होता है, लेकिन यह आदरपूर्ण रूप में होता है।
यह सर्वनाम वाक्य की संरचना और अर्थ में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं और संवाद को संवेदनशीलता के साथ प्रस्तुत करने में मदद करते हैं।
मध्यम पुरूषवाचक सर्वनाम 10 के उदाहरण:
- तू कैसा है?
- तुम कल क्या करने वाले हो?
- तू यह कैसे किया?
- तुझे यह कैसे पसंद आया?
- तुम्हारी आवाज बहुत मधुर है।
- तुम कहाँ जा रहे हो?
- तू क्या कर रहा है?
- तुम लोग मिलकर यह काम कर सकते हो।
- तुझे उसके बारे में क्या खबर है?
- तुम यहाँ कैसे पहुँचे?
इन उदाहरणों में “तू”, “तुम”, और “तुझे” सर्वनाम मध्यम पुरुषवाचक सर्वनाम के उदाहरण हैं, जो बोलने वाले के संवाद साथियों या लोगों के साथ किए जा रहे हैं।
अन्य पुरुषवाचक सर्वनाम की परिभाषा (Anya Prush vachak Sarvnam)
जिन सर्वनाम शब्दों का प्रयोग वक्ता एवं बात सुनने वाला किसी तीसरे व्यक्ति या वस्तु के लिए करते हैं, उन्हें अन्य पुरूषवाचक सर्वनाम कहते हैं। ‘यह’ एवं ‘वह’ अन्य पुरूषवाचक सर्वनाम शब्द हैं।
“यह” वाक्य में नजर आने वाले व्यक्ति या वस्तु के बारे में बात करते समय प्रयुक्त होता है, जो निकट होता है। जैसे, “यह किताब मेरी है” – यहाँ “यह” किताब की ओर संकेत कर रहा है जो वाक्य में परिचय की जा रही है।
“वह” वाक्य में उस तीसरे व्यक्ति या वस्तु की ओर संकेत करने के लिए प्रयुक्त होता है, जो दूर होता है। जैसे, “वह किताब लाइब्रेरी में है” – यहाँ “वह” किताब की ओर संकेत कर रहा है जो वाक्य में उल्लिखित नहीं है, लेकिन दूर लाइब्रेरी में होती है।
इस तरीके से, “यह” और “वह” अन्य पुरुषवाचक सर्वनाम होते हैं जो व्यक्ति या वस्तु की स्थिति और संदर्भ को स्पष्ट करने में मदद करते हैं।
अन्य पुरूषवाचक सर्वनाम के 10 उदाहरण
- यह किताब पुस्तकालय में रखी थी।
- वह गाड़ी बहुत तेज चलती है।
- यह मौसम बहुत गरम हो गया है।
- वह डॉक्टर बनना चाहता है।
- यह बच्चे किताब पढ़ रहे हैं।
- वह घर का दरवाज़ा खुला है।
- यह फूल बहुत सुंदर दिख रहा है।
- इसकी पढ़ाई में कोई रुचि नहीं है।
- यह स्थान पर्याप्त बड़ा नहीं है।
- उसका सपना एक दिन पूरा होगा।
इन उदाहरणों में “यह” और “वह” अन्य पुरुषवाचक सर्वनाम के उदाहरण हैं, जो बोलने वाले के द्वारा उस व्यक्ति, वस्तु या स्थिति की ओर संकेत करने के लिए प्रयुक्त होते हैं, जो सुनने वाले कर रहे होते हैं।
2. निश्चयवाचक सर्वनाम किसे कहते हैं? (निश्चयवाचक सर्वनाम की परिभाषा)
“निश्चयवाचक सर्वनाम” वे सर्वनाम होते हैं जिनसे किसी निश्चित व्यक्ति या वस्तु की पहचान होती है। इन सर्वनामों का प्रयोग करके व्यक्ति किसी निश्चित तत्व से जुड़े होने का संकेत करते हैं और संवाद को स्पष्टता से प्रस्तुत करते हैं। ‘यह’ एवं ‘वह’ निश्चयवाचक सर्वनाम हैं।
निश्चयवाचक सर्वनाम वे सर्वनाम होते हैं जो वाक्य में किसी व्यक्ति या वस्तु के स्थान पर किसी निश्चित व्यक्ति या वस्तु की ओर संकेत करते हैं। इन सर्वनामों का प्रयोग करके व्यक्ति की पहचान किसी निश्चित तत्व से होती है जिससे भ्रम या संदेह कम होता है।
निश्चयवाचक सर्वनाम के उदाहरण:
खुद अपना काम करूंगा।
वही लड़का प्रथम आया था।
इसी किताब को पढ़ो।
उसने स्वयं काम किया।
खुद ही मैंने यह किया।
इन उदाहरणों में ये सर्वनाम निश्चयवाचक हैं क्योंकि वे व्यक्ति या वस्तु की पहचान को स्पष्ट करते हैं और किसी निश्चित तत्व से जुड़े होते हैं।
निश्चयवाचक सर्वनाम के 10 उदाहरण:
- मैं अपना काम खुद करूंगा।
- तुमको मेरी बात समझ में आ गई?
- वह लड़का मेरे घर के बगल के स्कूल जाता है।
- यह फूल सुंदर दिखता है।
- इसी जगह पर हमने फोटो ली थी।
- उसका घर बड़ा है।
- खुद उसने यह काम किया।
- स्वयं मैंने तैयारी की है।
- यही जवाब सही है।
- तुम्हारा पेन कहाँ है?
इन उदाहरणों में यह सर्वनाम व्यक्ति या वस्तु की पहचान को स्पष्टता से करने में मदद करते हैं और वाक्य को संवाद के संदर्भ में स्पष्टीकरण प्रदान करते हैं।
3. अनिश्चयवाचक सर्वनाम किसे कहते हैं? अनिश्चयवाचक सर्वनाम का परिभाषा
जिन सर्वनाम शब्दों से किसी निश्चित व्यक्ति या वस्तु का बोध न हो, उन्हें अनिश्चयवाचक सर्वनाम कहते हैं। ‘कोई’ एवं ‘कुछ’ अनिश्चयवाचक सर्वनाम हैं।
“कोई” और “कुछ” दोनों ही अनिश्चयवाचक सर्वनाम होते हैं जिनसे किसी निश्चित व्यक्ति या वस्तु का बोध नहीं होता। इन सर्वनामों का प्रयोग करके व्यक्ति किसी अनिश्चित व्यक्ति या वस्तु की ओर संकेत करते हैं जिनकी पहचान वाक्य में नहीं होती है।
“कोई” वाक्य में उस व्यक्ति या वस्तु की पहचान के लिए प्रयुक्त होता है जो स्पष्ट रूप से निर्दिष्ट नहीं है, जैसे, “कोई आया था” – यहाँ व्यक्ति की पहचान नहीं हो रही है कि कौन आया था।
“कुछ” वाक्य में उस वस्तु या व्यक्ति की ओर संकेत करने के लिए प्रयुक्त होता है जो स्पष्ट रूप से निर्दिष्ट नहीं है, जैसे, “कुछ खाने को दो” – यहाँ खाने की विशिष्ट वस्तु का नाम नहीं दिया गया है।
सरल शब्दों में, अनिश्चयवाचक सर्वनाम वे सर्वनाम होते हैं जिनका प्रयोग वाक्य में किसी निश्चित व्यक्ति या वस्तु का बोध कराता है। इन सर्वनामों का प्रयोग करके व्यक्ति किसी अनिश्चित व्यक्ति या वस्तु की ओर संकेत करते हैं, जिनकी पहचान वाक्य में नहीं होती है। ये सर्वनाम वाक्य को अधिक अस्पष्ट और सामान्य बनाते हैं।
अनिश्चयवाचक सर्वनाम के उदाहरण:
कोई: कोई आया था द्वार पर।
इस वाक्य में “कोई” शब्द से किसी निश्चित व्यक्ति की पहचान नहीं हो रही है, बल्कि यह बताता है कि कोई व्यक्ति द्वार पर आया था, लेकिन व्यक्ति की पहचान नहीं की जा सकती।
कुछ: मैंने कुछ खाया।
इस वाक्य में “कुछ” शब्द से खाने की विशिष्ट वस्तु का बोध नहीं हो रहा है, बल्कि यह बताता है कि मैंने कुछ खाया है, लेकिन वस्तु की प्रकृति नहीं बताई गई है।
इन उदाहरणों से आपको स्पष्ट होना चाहिए कि “कोई” और “कुछ” अनिश्चयवाचक सर्वनाम होते हैं, जिनका प्रयोग वाक्य में किसी निश्चित व्यक्ति या वस्तु का बोध नहीं करने के लिए किया जाता है।
अनिश्चयवाचक सर्वनाम का 10 उदाहरण
- कोई व्यक्ति यहाँ पर था, लेकिन अब वह गया है।
- मैंने कुछ समय पहले खाना खाया था।
- क्या आपने कोई नया किताब पढ़ी है?
- क्या तुमने कुछ खरीदा है बाजार से?
- कोई खिड़की खुली हुई है, शायद कोई घर में है।
- मुझे कुछ सुनाना है, क्या तुम ध्यान से सुनोगे?
- मेरी आंख में कुछ गिर गया है।
- क्या तुमने कुछ नया सिखा है इन दिनों?
- कोई यहाँ पर रहता है जो गाने का शौक रखता है।
- उसने कुछ साल पहले एक बड़ी परियोजना पूरी की थी।
इन उदाहरणों में “कोई” और “कुछ” अनिश्चयवाचक सर्वनाम के उदाहरण हैं, जिनसे किसी निश्चित व्यक्ति या वस्तु का बोध नहीं होता है।
4. संबंधवाचक सर्वनाम किसे कहते हैं? संबंधवाचक सर्वनाम का परिभाषा
“संबंधवाचक सर्वनाम” वे सर्वनाम होते हैं जो किसी दूसरी संज्ञा या सर्वनाम से संबंध दिखाने के लिए प्रयुक्त हो। संबंधवाचक सर्वनाम का प्रयोग वाक्य में दो शब्दों को जोड़ने के लिए भी किया जाता है। यह सर्वनाम व्यक्ति के रिश्तों, संबंधों, दिशाओं आदि को स्पष्ट करने में मदद करते हैं।
जैसे: इस -उस, जो-सो, जैसे-वैसे, जिसकी-उसकी, जितना-उतना आदि।
सरल शब्दों में, जिस सर्वनाम से वाक्य में किसी दूसरे सर्वनाम से संबंध स्थापित किया जाए, उसे ‘संबंधवाचक सर्वनाम’ कहते हैं।
संबंधवाचक सर्वनाम के उदाहरण:
जो कर्म करेगा, सो फल पावेगा।
उपरोक्त वाक्य में जो-सो शब्दों का प्रयोग दोनों वाक्यों के मध्य संबंध बताने के लिए किया गया है। इस वाक्य में ‘जो’ संबंध वाचक शब्द है और ‘सो, नित्यसंबंधी या सह-संबंधवाचक शब्द है।
जिसके पास धन होता है उसके पास सब होता है।
उपरोक्त वाक्य में संबंध सूचक शब्द जिसके और उसके हैं। इन दोनों शब्दों को संबंध कारक के विभक्ति चिह्न ‘के’ को जोड़कर बनाया गया है।
संबंधवाचक सर्वनाम का 10 उदाहरण
- जिसकी लाठी उसकी भैंस।
- जिसका काम उसका नाम।
- वह कौन है, जो पड़ा रो रहा है।
- जो आज आएगा, सो इनाम पावेगा।
- जो मेहनत करेगा, सो सफल होगा।
- जो कर भला, तो सो हो भला।
- तुमनें जो कार मांगी थी, यह वही कार है।
- यह वही आदमी है, जिसका पुत्र परीक्षा में अव्वल आया है।
- जिसको आना है, वह आ सकता है।
- राम बहुत समय से गायब है, उसने कुछ नहीं बताया
इन संबंधवाचक सर्वनामों का प्रयोग संबंध की स्थितियों को स्पष्ट करने और संवाद को और भी स्पष्ट बनाने में किया जाता है।
5. प्रश्नवाचक सर्वनाम किसे कहते हैं? प्रश्नवाचक सर्वनाम की परिभाषा
“प्रश्नवाचक सर्वनाम” वे सर्वनाम होते हैं जिनसे वाक्य में प्रश्न का भाव प्रकट होता है। इन सर्वनामों का प्रयोग करके वाक्य प्रश्नवाचक बनता है और उसके द्वारा संदर्भित व्यक्ति, वस्तु या स्थिति के बारे में प्रश्न पूछा जाता है।
प्रश्नवाचक सर्वनाम के 10 उदाहरण
- क्या तुमने खाना खाया?
- कौन वह लड़का है?
- कहाँ जा रहे हो आप?
- कब तक तुम वहाँ रुकोगे?
- किसनेयह खबर सुनाई?
- कैसे आपने यह काम किया?
- कितना/कितनी बार आपने यह फिल्म देखी?
- क्यों तुमने यह कदर नहीं की?
- किसका/किसकी यह बच्चा है?
- किस/किसे तुम यह बता रहे हो?
इन प्रश्नवाचक सर्वनामों का प्रयोग करके वाक्य में प्रश्न का भाव प्रकट होता है और संवाद को प्रश्नात्मक बनाने में मदद मिलती है।
6. निजवाचक सर्वनाम किसे कहते हैं? निजवाचक सर्वनाम का परिभाषा
जो सर्वनाम तीनों पुरुष (उत्तम, मध्यम और अन्य) में अपना होने की अवस्था या निजता का भाव प्रकट करते हैं, उसे निजवाचक सर्वनाम कहते हैं।
वे सर्वनाम होते हैं जिनका प्रयोग किसी वाक्य में कर्ता को व्यक्त करने के लिए होता है, लेकिन कर्ता का व्यक्तित्व या व्यक्तिगतता बताने के लिए नहीं होता।
निजवाचक सर्वनाम का प्रयोग व्यक्ति की क्रिया के संदर्भ में किया जाता है जब कर्ता उसी क्रिया का प्राप्तकर्ता होता है।
निजवाचक सर्वनाम के उदाहरण:
निजवाचक ‘आप’ का प्रयोग किसी संज्ञा या सर्वनाम के अवधारण (निश्चय) के लिए होता है।
जैसे –
मैं आप वहीं से आया हूँ
हम आप वही कार्य कर रहे थे।
निजवाचक ‘आप’ का प्रयोग दूसरे व्यक्ति के निराकरण के लिए भी होता है।
जैसे –
उन्होंने मुझे रहने को कहा और आप चलते बने।
वह औरों को नहीं, अपने को सुधार रहा है।
सर्वसाधारण के अर्थ में भी ‘आप’ का प्रयोग होता है।
जैसे –
आप भला तो जग भला।
अपने से बड़ों का आदर करना उचित है।
निजवाचक सर्वनाम के 10 उदाहरण:
- वह स्वयं स्कूटी से स्कूल चली जाती है।
- मैं अपना काम जानता हूँ।
- मैं खुद आ जाऊंगा।
- अपने आप काम करो।
- उसे अपना काम खुद करने दो।
- वह गया है तो अपने आप आ जायेगा।
- अपनी मदद स्वयं करना सीखो।
- तुम्हे अपने आप खाना बनाना चाहिए।
- उसे अपना काम खुद करने दो।
- मैं अपनी बाइक लेकर जा रहा हूं।