अपने मित्र को परीक्षा में सफलता मिलने पर बधाई पत्र (Congratulation Letter to Friend on His Success)
अपने मित्र को बधाई पत्र कैसे लिखें? (Set -1)
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बनारस, 221005
21 जुलाई 2023
प्रिय मित्र नागेंद्र,
आशा करता हूँ कि तुम कुशलता से होंगे। सर्वप्रथम “राज्य स्तरीय सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता” में शानदार सफलता प्राप्त करने के लिए तुम्हे बहुत बहुत बधाई। मुझे यह सुनकर बहुत खुशी हुई की तुम हमारे राज्य के इस सम्मानित और प्रसिद्ध प्रतियोगिता में सफल हो गए।
मुझे पूरा विश्वास है की भविष्य में तुम और भी अधिक सफलता प्राप्त करोगे। मैंने इस विषय में अपनी माँ को भी बताया था। यह खुशखबरी हमारे एक मित्र दीपक ने मुझे सुबह दी। मुझे तुम पर गर्व है।
एक बार फिर से तुम्हारी इस सफलता पर तुम्हे हार्दिक शुभकामनाएं।
तुम्हारा मित्र,
सुजीत कुमार
मित्र को उसकी सफलता पर बधाई पत्र लिखिए (Set -2)
162, रामनगर,
वाराणसी
21 जुलाई 2023
प्रिय मित्र राहुल,
तुम्हारा पत्र मिला। यह जानकार बहुत ही खुशी हुई कि तुम अपनी पाँचवी कक्षा में प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण हो गए। मेरी तरफ से तुम्हे तुम्हारी शानदार सफलता के लिए हार्दिक बधाई। मैं यह कामना करता हूँ कि तुम अगली परीक्षा में भी इसी प्रकार सफलता प्राप्त करोगे। मैं एक बार फिर तुम्हें बहुत-बहुत बधाई देता हूँ।
अपने माता-पिता को मेरा प्रणाम कहना।
तुम्हारा मित्र,
रोहित कुमार
परीक्षा में सफल होने पर मित्रों को बधाई पत्र (Set -3)
कैलाशपुरी
वाराणसी,
21 जुलाई 2023
प्रिय मित्र दीपक,
तुम्हारे पिता को फोन किया, उनसे जानकारी मिली की तुम बोर्ड परीक्षा में वाराणसी जिले में प्रथम आये हो। इस बात को सुनकर मन ख़ुशी से भर गया। मुझे तो पहले से ही विश्वास था की तुम प्रथम श्रेणी में अच्छे अंकों से उत्तीर्ण होंगे लेकिन यह पता चला की तुमने परीक्षा में प्रथम श्रेणी के साथ-साथ जिले में प्रथम स्थान भी प्राप्त किया है, तो मेरी ख़ुशी दोगुनी हो गयी। इस परीक्षा के लिए तुम्हारे परिश्रम और नियमितता ने ही वास्तव में तुम्हे शिखर तक पहुंचाया है। मुझे पूरी आशा थी की तुम्हारा परिश्रम रंग दिखायेगा और मेरा अनुमान सच साबित हुआ। तुमने जिले में प्रथम स्थान प्राप्त कर यह सिद्ध कर दिया की दृढ संकल्प और कठिन परिश्रम से कुछ भी प्राप्त सकते है।
मैं हमेशा यह कामना करूँगा की तुम्हे जीवन की हर परीक्षा में प्रथम आने का सौभाग्य प्राप्त हो और तुम इसी प्रकार परिवार और विद्यालय का गौरव बढ़ाते रहो।
तुम्हारा मित्र
संजीव कुमार